गर तुम्हारा नाम होता-गुलज़ार Apr28 “गुलमोहर” ‘गर तुम्हारा नाम होता “गुलमोहर” ‘गर तुम्हारा नाम होता मौसम-ए-गुल को हँसाना भी हमारा काम होता “गुलमोहर” ‘गर तुम्हारा नाम होता आएँगी बहारें तो अब के उन्हें कहना ज़रा इतना सुने आएँगी बहारें तो अब के उन्हें कहना ज़रा इतना सुने हो, “मेरे गुल बिना कहाँ उनका ‘बहार’ नाम होता” “गुलमोहर” ‘गर तुम्हारा नाम होता मौसम-ए-गुल को हँसाना भी हमारा काम होता “गुलमोहर” ‘गर तुम्हारा नाम होता शाम के गुलाबी से आँचल में एक दीया जला है चाँद का शाम के… ( गुलज़ार )