वबाओ के इस दौर में-हिना आर्य Apr20 वबाओ के इस दौर में बिलखते तड़पते लोगों को कहते रहना ” सब ठीक हो जाएगा” उनकी आंखों में लगा देना उम्मीद का काजल और बढ़ा देना उनके जीने की ____________तमाम संभावनाएं । . भूलना मत कुदरत ने तुम्हे बिना मांगे ही सब दे दिया है, देने के इस दौर में बन जाना कभी कभी कोई कर्ण या बन जाना दुखों की भट्टी में पक कर पत्थर बनी हुई अहिल्या के राम संवेदना की पी.पी.ई कीट पहन कर तुम भी बन सकते हो बिना डिग्री के नर्स/डॉक्टर, बिना स्टेथोस्कॉप के चलेगा मेरी जान खुदा के वारिस तुम खुदा सा जायका रखना और _________कहते रहना “दो बोल जिंदगी के” . ( हिना आर्य ) वबा – महामारी