याद रखना एक बात-निलाक्ष मिश्रा “अस्तित्व” Oct22 ठहरोगे तो कुचल दिया जाएगा तुम्हारी चेतना को.. . दौड़ोगे तो काट दिया जाएगा तुम्हारी टांगों को.. . तुम्हारी हँसी को बेशर्म हँसी कहा जाएगा.. . पर याद रखना एक बात किसी के एहसानों तले नहाने से बेहतर होगा अपने रक्त से नहा लेना… ऐसा करने से बच जाओगे अपने मूँह पर थूके जाने से.. . ( निलाक्ष मिश्रा “अस्तित्व” )