वापिस आया – चिनु मोदी March 21, 2014 दस्तक दे कर वापिस आया, नकली था घर वापिस आया. . एक अजुबा हमने देखा, पानी अकसर वापिस आया. . मयखाने में मुल्लाजी थे, गंगा तट पर वापिस आया. . चारो ओर तबाही देखी, कटा कटा सर वापिस आया. . ( चिनु मोदी ) Share thisFacebookXEmailWhatsApp